हम देश है और हमारा देश हमसे है ।
हर धर्म और हर कुल को सम्मान दिया,
मंदिर मस्जिद या हो गुरुद्वारा,
हर धर्म स्थल का निर्माण किया
धर्म भले है कई लेकिन देश प्रेम सबका एक है
क्योंकि,
हम देश है और हमारा देश हमसे है ।
माना देश का युवा सो रहा विदेशी रीतियों में खो रहा,
हर बार इस सोने की चिड़िया को लूटा
कैसे अपने पैरों पर देश फिर से खड़ा हुआ,
विदेशी आज भी इस बात की खोज कर रहा,
जागो अपनी जड़ों को पहचानो
क्योंकि,
हम देश है और हमारा देश हमसे है ।
देश का युवा ही देश की जान है,
देशवासियो से ही देश की पहचान है ।
कैसा वीर पराक्रमी देश है मेरा,
नशे में चूर कई लोग अनजान हैं,
उठो जागो देश को जानो, अपने अस्तित्व को पहचानो
क्योंकि,
हम देश है और हमारा देश हमसे है ।
यहां भारत माँ के कुछ ऐसे भी लाल हैं,
हर वक्त देश प्रेम का दिया प्रमाण है ।
अपने खून से सिचा देश को, दी देश के लिए जान है,
कई बार दी कुर्बानी अपनी, हर फौजी देश का महान है
क्योंकि,
हम देश है और हमारा देश हमसे है ।
लड़ी कई लड़ाइयाँ पर आक्रमण ना किसी देश पर किया,
जो बुरी नजर डाली किसी ने मेरे देश पे,
हर बार मुंह तोड़ उत्तर दिया ।
कुछ ऐसा शांतिप्रिय और निर्भय मेरा देश है
क्योंकि,
हम देश है और हमारा देश हमसे है ।
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