हार में भी जीत- A Motivational Poetry By Mohit Bhardwaj

हार में भी जीत is a Motivational Poetry presented by Untold Poetry Written By Mohit Bhardwaj

जीत के बाद खुश होना सब जानते है लेकिन जीत के साथ-साथ हार भी जीवन में चलती रहती है 
जो मेहनत के बाद मिली हार में भी खुश रहना सीख जाए तो वो हार कर भी जीत जाता है 

हार में भी जीत-Motivational Poetry

हार में भी जीत- A Motivational Poetry


कहाँ वो हारा जिसने मेहनत की 
हार तो वो गया ,जिसने कोशिश भी नहीं की 
कहाँ हार गए वो ,जो लड़ते रहे जीवन की लड़ाई में 
हार तो वो गए ,जो भयभीत हो गए डर की परछाई से। 

मेहनत के बावजूद  हुई हार में भी जीत है ये तुम जानो तो जरा ,
हार के भी तुम जीत गए ये तुम मानो तो जरा
 
मेहनत की लेकिन हार गए 
तो तुम हारे हो इस ज़माने के लिए 
अगर कुछ सीख गए हार से और खुश हो 
तो ये काफी है जीवन की इस जीत को दर्शाने के लिए 
हाँ ये काफी है अपनी  मंजिल  की तरफ एक कदम ओर बढ़ाने के लिए 

अगर तुम जीवन जीने के इस हुनर को पहचान जाओ 
तो क्या है जो तुम पा नहीं  सकते 
मेहनत करके मिली हार में भी खुश हो और जीत में भी खुश हो 
तो जीवन की कौन सी लड़ाई है जिसे तुम हरा नहीं सकते 

मेहनत के बावजूद  हुई हार में भी जीत है ये तुम जानो तो जरा ,
हार के भी तुम जीत गए ये तुम मानो तो जरा

अगर हार न हो तो जीत का आनंद नहीं होता 
दुःख न हो खुसियो का एहसास नहीं होता 
धीरे-धीरे चलता रह मंजिल की तरफ 
कब हँसते गाते पहुंच जाए मंजिल की तरफ 
तुझको खुद भी विश्वास नहीं होगा !

मेहनत के बावजूद  हुई हार में भी जीत है ये तुम जानो तो जरा ,
हार के भी तुम जीत गए ये तुम मानो तो जरा

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